Nivesh Ke Vibhinn Prakaar

दोस्तों आज का हमारा टॉपिक है Nivesh Ke Vibhinn Prakaar, अर्थात निवेश कितने प्रकाय के होते है उसके बारे मे चर्चा करना। दोस्तों जब हम किसी बस्तु तथा प्रोडक्ट मे एक लंबे समय तथा एक सुनिशित समय के लिए अपना कैपिटल लगाते हे ताकि भविष मे हम एक लाभ अर्जन कर सके, उसे हम investment यानिकी निवेश कहते है वे तो हम जानते ही है। लेकिन आज हम जानेंगे की निवेश कितने प्रकार के होते है।  

Different Types of Investments in Hindi


निवेश के विभिन्न प्रकार | Nivesh Ke Vibhinn Prakaar | Different Types of Investments

दोस्तों अब हम जानेंगे की निवेश करने के कौन कौन से अलग अलग साधन तथा बिकल्प होते है उसके बारे मे। तो आइए जानते है की निवेश के बिभिन्न प्रकार के बारे मे -

निवेश के साधन तथा बिकल्प - Types of Investments

दोस्तों जब हम निवेश करते है किसी भी साधन मे तो वहा रिस्क और लाभ दोनों को लेकर ही इन्वेस्ट करना परता है। लेकिन किस किस साधन कम रिस्क वाला और कोई साधन अधिक रिस्क वाला होते है। तो दोस्तों इन्वेस्ट करने से पहले आपको यह तय करना परेगा की आप को कौन सा इनवेस्टमेंट अच्छे लगते है। यहा मे आपके सुबिधा के लिए ऐसे ही कुछ इनवेस्टमेंट के बारे मे बाताने जा रहा हूँ । जैसे की -

  1. कम जोखिम कम लाभ वाला निवेश ( Low Risk - Low Profit Investment )
  2. अधिक जोखिम अधिक लाभ वाला निवेश  ( High Risk - High Profit Investment )
  3. कम जोखिम अधिक लाभ वाला निवेश ( Low Risk - High Profit Investment )
  4. अधिक जोखिम कम लाभ वाला निवेश  ( High Risk - Low Profit Investment )

तो दोस्तों आइए अब इन चारों इनवेस्टमेंट के बारे मे थोरा थोरा ज्ञान लेते है -

  1. कम जोखिम कम लाभ वाला निवेश ( Low Risk - Low Profit Investment )

दोस्तों इस तरह की कम रिस्क और कम लाभ वाला निवेश को सुरक्षित निवेश भी बोला जाता है, जिसे fixed income भी बोला जाता है। दोस्तों इस तरह की निवेश मे आपके कैपिटल loss होने का खतरा न के बराबर होते है। लेकिन दोस्तों यहा लाभ की मात्रा भी कम होते है। 

दोस्तों इस तरह की निवेश के अंतर्गत होते हे -

  • सरकारी निवेश योजना ( Government Investment Scheme ), और 
  • बैंक द्वारा दिए गए निवेश योजना ( Bank Investment Scheme )

सरकारी निवेश योजना ( Government Investment Scheme )

दोस्तों इस तरह की इनवेस्टमेंट मे अंतर्गत होते है -

  • Public Provident Fund (PPF)
  • National Savings Certificate (NSC)
  • Sukanya Samriddhi Yojana (SSY)
  • National Pension Scheme (NPS)
  • Atal Pension Yojana (APY)
  • Post Office Savings
  • Sovereign Gold Bonds (SGB)
  • Senior Citizen Savings Scheme (SCSS), आदि 
दोस्तों इन सभी तरह की इनवेस्टमेंट मे 5-8% का लाभ मिल जाता है। 

बैंक द्वारा दिए गए निवेश योजना ( Bank Investment Scheme )

  • Fixed Deposit ( फिक्स्ट डेपोजित )
  • Recurring Deposit ( रीकरिंग डिपाज़ट )
  • Senior Citizen Deposit Scheme ( सीनियर सिटिज़न डेपोजित स्कीम ), आदि 

दोस्तों इन सभी तरह की इनवेस्टमेंट मे  5-8% का लाभ मिल जाता है, जाहा Senior Citizen Deposit Scheme मे थोरा ज्यादा लाभ मिलते हे ( 7-8%)

2. अधिक जोखिम अधिक लाभ वाले  निवेश  ( High Risk - High Profit Investment )

दोस्तों इस तरह की निवेश मे आपके कैपिटल की रिस्क बहुत ज्यादा होते है और उसके बदले मे आपका लाभ का अनुपात भी ज्यादा होते है। दोस्तों इस तरह की इनवेस्टमेंट मे आते है stock market और mutual fund आदि। दोस्तों स्टॉक मार्केट मे होने वाले उतार-चराओ का सीधा असर आपके इनवेस्टमेंट मे परते है। इसीलिए इस तरह के इनवेस्टमेंट मे खतरा भी ज्यादा होते है और लाभ भी ज्यादा होने की संभावना होते है। 

3. कम जोखिम अधिक लाभ वाला निवेश ( Low Risk - High Profit Investment )

इस तरह की इनवेस्टमेंट मे आपका रिस्क बहुत काम होते है और लाभ तो होते ही है। उदाहरण की तौर पर - Real Estate मे इन्वेस्ट करना। real estate यानिकी किसी अचल संपत्ति मे इन्वेस्ट करना। जैसे की जमीन खरीदना, घर या तो अपार्टमेंट खरीदना या तो कोई दुकान या गोदाम आदि मे इन्वेस्ट करना। इस तरह की इनवेस्टमेंट मे हमेशा लाभ ही  होना देखा जाता है। क्योंकि आप अगर एक जमीन खरीदते हो और उस जमीन को कुछ साल बाद बेच देते हो तो, आपका लाभ ही होगा । क्योंकि जमीन के दाम हर साल बढ़ता ही जाता है। और ठीक उसी तरह आप अगर किसी घर-मकान या तो एक अपार्टमेंट खरीदते हो और उसे रेंट मे देते हो तो उसके बदले मे आपको महीने का रेंट भी मिलते रहेगा और आप चाहो तो उस मकान या तो अपार्टमेंट को कुछ साल बाद बेच भी दे सकते हो । 

तो दोस्तों real estate का कीमत दिन व दिन ऊपर की तरह बढ़ते ही रहते है। इसीलिए दोस्तों real estate मे इन्वेस्ट करने मे रिस्क काम होते है और लाभ की आशा बहुत ज्यादा होते है। 

4. अधिक जोखिम कम लाभ वाला निवेश  ( High Risk - Low Profit Investment )

दोस्तों इस तरह की निवेश को मे कोई निवेश नहीं माँ चकता। क्योंकि आप इनवेस्टमेंट करते हो लाब के लिए जहा रिस्क कम हो। इस तरह की भी कोई सारे scheme होते है जहा आपको अधिक लाभ करने के लिए इनवेस्टमेंट करने को लुभाया जाता है। 


और पढ़े : Nivesh Yojana Kaise Banayen

निष्कर्ष

तो दोस्तों हमने जाना की निवेश के बिभिन्न प्रकार के बारे मे और कोनसा इनवेस्टमेंट कितने रिसकी और लाभ देने मे सक्षम होते है। तो दोस्तों आप भी हमेशा आपने बिचार-बुद्धि के दम पे ही आपना इनवेस्टमेंट यात्रा को आगे ले जा पाओ  यही मेरे आशा है। 


Please Note : "Nivesh Ke Vibhinn Prakaar" यह  जानकारी केवल  मात्र शिक्षा के उद्देश्य से है।       
निवेश करने से पहले अपने  बिसार - बुद्धि का प्रयोग करे और वित्तीय सलाहकार से विचार हमेशा करें।

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