Chanakya, also known as "Kautilya" or "Vishnugupta", was an ancient Indian scholar, philosopher and strategist who left a great impact on Indian history and philosophy. His teachings, compiled in the renowned monograph "Arthashastra". Arthashastra cover a wide range of subjects,which include politics, economics, and ethics.
Chanakya's political acumen and wisdom played a crucial role in the formation and administration of the Maurya Empire under Emperor Chandragupta Maurya. His emphasis on effective governance, diplomatic tactics, and economic policies showcased his unparalleled expertise.
Chanakya's wisdom resonates even today and holds relevance in various aspects of life. His insights on leadership, strategy, and ethical decision-making continue to inspire individuals in the fields of politics, management, and personal growth.
Chanakya's legacy endures as a radiance of wisdom and guidance, offering timeless lessons that empower individuals to navigate complex situations, achieve success, and lead virtuous lives.
Chanakya Niti In Hindi / Chanakya Quotes In Hindi
- "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।" - चाणक्य
- "जो अपने अधिकार को भूल गया है, वह प्राण गंवा चुका है।" - चाणक्य
- "संघर्ष में ही सफलता है।" - चाणक्य
- "अपने आप को प्रबल बनाओ, ताकि कोई भी तुम्हें नुकसान नहीं पहुंचा सके।" - चाणक्य
- "सत्य जीतता है, न कि झूठ।" - चाणक्य
- "आपकी मनोदशा आपकी पहचान होती है।" - चाणक्य
- "अपने कर्मों के लिए आपको स्वयं जिम्मेदार होना चाहिए।" - चाणक्य
- "जिसने अपने आप को शास्त्रों के समान बनाया है, उसे कोई भी हरा नहीं सकता।" - चाणक्य
- "आत्मविश्वास की कमी से ही असफलता होती है।" - चाणक्य
- "कठिनाइयाँ एक आपदा की तरह होती हैं, जिससे बहार निकलने के लिए हमें आत्मविश्वास और सामर्थ्य की आवश्यकता होती है।" - चाणक्य
- "जो अधिक जानता है, वही अधिक सक्षम होता है।" - चाणक्य
- "कर्म के आधार पर ही व्यक्ति की व्यक्तित्व संगठित होती है।" - चाणक्य
- "कर्मों को बदलने के बजाय, हमें अपने विचारों को बदलना चाहिए।" - चाणक्य
- "जो अच्छा कर्म करता है, वही सच्चा धनी होता है।" - चाणक्य
- "जो संकट में अपने साथ रहता है, वह असली मित्र होता है।" - चाणक्य
- "समय का सदुपयोग न करने से जीवन व्यर्थ हो जाता है।" - चाणक्य
- "बुद्धिमान मनुष्य अपने शत्रु की रणनीति जानता है और उसे नष्ट कर देता है।" - चाणक्य
- "पराक्रमी होने के लिए धीरज से काम करना चाहिए।" - चाणक्य
- "जीवन में सबसे बड़ी प्राचीर होती है, वही है आपकी मान्यता।" - चाणक्य
- "जो अपनी शक्ति का सदुपयोग करता है, उसे कोई भी पराभूत नहीं कर सकता।" - चाणक्य
- "जो धर्म के आचरण में संलग्न नहीं होता, वह सदैव असफल रहता है।" - चाणक्य
- "जो नफरत करता है, वह नष्ट हो जाता है।" - चाणक्य
- "सफलता के लिए बुद्धि की आवश्यकता होती है, न कि शक्ति की।" - चाणक्
- "जो अपने क्रोध को नियंत्रित करता है, वह अद्वितीय होता है।" - चाणक्य
- "आपकी आत्मा ही आपका सबसे बड़ा साथी होती है।" - चाणक्य
- "धनी वही होता है जो अपने आप को संयमित रखता है।" - चाणक्य
- "व्यक्ति को संघर्ष करने से पहले अपनी योग्यता को सुनिश्चित करनी चाहिए।" - चाणक्य
- "जो निद्रा में समय गंवाता है, वह सफलता से वंचित रह जाता है।" - चाणक्य
- "अपने दुश्मन की गणना करने से पहले अपनी दृष्टि का मुल्यांकन करें।" - चाणक्य
- "बुरे दिनों में भी हमेशा स्थिरता बनी रहती है, क्योंकि समय बदल रहा है।" - चाणक्य
- "अपने विचारों को शब्दों में बदलें से पहले महत्ता और प्रभाव को विचारें।" - चाणक्य
- "छोटे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए छोटे कदमों की महत्वपूर्णता को न भूलें।" -चाणक्य
- "सच्चाई की रक्षा करो, क्योंकि सत्य सदैव जीता है।" -चाणक्य
- "आपका दृष्टिकोण आपके जीवन की दिशा निर्धारित करता है, इसलिए सकारात्मकता को चुनें।" -चाणक्य
- "शत्रु की संगठन क्षमता और योजना को किसी भी संघर्ष से पहले देखें।" -चाणक्य
- "जो अपने शत्रु को पीछे छोड़ता है, वही उसे परास्त कर सकता है।" -चाणक्य
- "सुख और दुःख समान रूप से आएं, स्वीकार करें और चिंता मुक्त रहें।" -चाणक्य
- "जो अपनी अनुकूलता पूर्णता के साथ करता है, उसे सदैव सफलता मिलती है।" -चाणक्य
- "पूर्णता के लिए अपनी असफलताओं से सीखें और उनमें सुधार करें।" -चाणक्य
- "जीवन में सफलता पाने के लिए संघर्ष करना और समय को सही ढंग से नियंत्रित करना आवश्यक है।" -चाणक्य
- "बुरे लोगों की हरकतें और आचरण से बचें, क्योंकि वे आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।" -चाणक्य
- "जो आपकी विशिष्टता को पहचानता है, वही आपका सच्चा मित्र होता है।" -चाणक्य
- "कर्म करो, फल के लिए चिंता मत करो।" -चाणक्य
- "किसी भी कार्य को पहले सावधानी से योजना बनाकर शुरू करें और उसे पूरी मेहनत के साथ कार्यान्वित करें।" -चाणक्य
- "दूसरों के सुझाव महत्वपूर्ण हैं, लेकिन अपनी बुद्धि का उपयोग करके स्वयं निर्णय लें।" -चाणक्य
ये थे कुछ चाणक्य नीति से जूरे विचार । इन विचारों का उपयोग करके, आप भी अपने जीवन को सफलता और सद्भाव से भर सकते हैं।